EPF और PPF में अंतर: कौन-सा बेहतर है?

भारत में EPF (Employees' Provident Fund) और PPF (Public Provident Fund) बचत और निवेश के दो प्रमुख साधन माने जाते हैं। दोनों योजनाएँ सुरक्षित और स्थिर निवेश प्रदान करती हैं, परंतु उनके बीच कई बुनियादी अंतर हैं। यह जानना महत्वपूर्ण है कि कौनसा विकल्प आपकी वित्तीय आवश्यकताओं और लक्ष्यों के लिए बेहतर है।  


EPF (कर्मचारी भविष्य निधि) क्या है?  

EPF भारत सरकार द्वारा संचालित एक बचत योजना है, जो संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए है। इसकी सुरुआत 1 नवम्बर, 1952 को की गई थी।

योग्यता: केवल वेतनभोगी कर्मचारी जिनका EPFO के तहत पंजीकरण है।  

योगदान: कर्मचारी और नियोक्ता, दोनों मासिक वेतन का 12% योगदान करते हैं।  

लक्ष्य: सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना।  

ब्याज दर: हर साल सरकार द्वारा निर्धारित (वर्तमान में 8.15% प्रति वर्ष)।  

लॉकइन अवधि: सेवानिवृत्ति तक। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में आंशिक निकासी की अनुमति है।  

टैक्स लाभ: EEE (ExemptExemptExempt) श्रेणी में आता है। और योगदान, ब्याज, और निकासी करमुक्त हैं।  



PPF (लोक भविष्य निधि) क्या है?  

PPF एक दीर्घकालिक बचत योजना है, जो किसी भी भारतीय नागरिक के लिए खुली है।  इसकी सुरुआत वित्त मंत्रालय के द्वारा 1968 में कई गई थी।

योग्यता: कोई भी भारतीय नागरिक खाता खोल सकता है।  

योगदान: न्यूनतम ₹500 से अधिकतम ₹1,50,000 सालाना।

लक्ष्य: दीर्घकालिक वित्तीय बचत और रिटर्न।  

ब्याज दर: सरकार द्वारा निर्धारित (वर्तमान में 7.1% प्रति वर्ष)।  

लॉकइन अवधि: 15 वर्ष। अवधि पूरी होने पर इसे 5 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है। आंशिक निकासी 6 वर्ष बाद की जा सकती है।  

टैक्स लाभ: योगदान और ब्याज आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत छूट प्राप्त करते हैं। परिपक्वता राशि करमुक्त होती है।


EPF या PPF: किसे चुनें?  

1. EPF:  

  • यदि आप एक वेतनभोगी कर्मचारी हैं। और दीर्घकालिक सेवानिवृत्ति लाभ चाहते हैं।  
  • यदि आप नियोक्ता के योगदान का लाभ लेना चाहते हैं।  

2. PPF:  

  • यदि आप स्वरोजगार या असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं। और फिक्स्ड डिपॉजिट से अधिक रिटर्न और करमुक्त लाभ चाहते हैं।  
  • यदि आप छोटी राशि से निवेश शुरू करना चाहते हैं।  



EPF और PPF दोनों का इस्तेमाल कैसे करें?  

यदि आप वेतनभोगी हैं, तो EPF पहले से ही आपकी आय का हिस्सा है। PPF को अतिरिक्त बचत के लिए उपयोग करें, जिससे आप अधिक ब्याज और करमुक्त रिटर्न पा सकते हैं।