भारतीय जाट समाज के द्वारा अपने समाज के पूर्वजों के द्वारा भारतीय इतिहास में किये गए योगदान को याद करने के लिए प्रतिवर्ष 13 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस मनाया जाता है। चूंकि जाट समाज के ज्यादातर लोग कृषि से जुड़े हुए हैं तो वे इस दिन अपने पूर्वजों को याद करके अप्रैल महीने में फिर से रबी की फसल बोने की तैयारी करते हैं इसीलिए अप्रैल में अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस कब से मनाया जा रहा है ? और इसका इतिहास क्या है ? और 13 अप्रैल को ही अंतरराष्ट्रीय जाट दिवस क्यों मनाया जाता है ?
वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस मनाने की सुरुआत वर्ष 2015 से हुई थी। इसकी घोषणा जाट समाज के द्वारा घोषणा 8अप्रैल 2015 को की गई थी। तब से प्रतिवर्ष 13 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय जाट दिवस मनाया जाता है। परंतु जाट दिवस के लिए 13 अप्रैल के चुनाव के पीछे दो तर्क है।
पहला तर्क है कि समाज के लोग मानते हैं कि जलियांवाला बाग हत्याकांड में सबसे ज्यादा जाट समाज के लोगो ने बलिदान दी थी, उन्हीं कुर्बानियों की याद में 13 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस के लिए चुना गया।
दूसरा ऐतिहासिक मत यह है कि स्वतंत्रता सेनानी चौधरी छोटूराम द्वारा निकाले गए अखबार जाट गजट के 12 अप्रैल, 1917 के अंक 13 अप्रैल, 1917, वैशाखी के दिन को विश्व जाट दिवस (World Jat Day) माना गया था। जिस वजह से इस दिन को अंतरराष्ट्रीय जाट दिवस मनाया जाता है।