छत्तीसगढ़ में जशपुर की महिला शिक्षिका के द्वारा कुडुख भाषा की पहली फ़िल्म का निर्देशन किया गया है। फ़िल्म का नाम कुडुख भाषा में 'जहन जिनगी गही' है। इसका हिंदी भाषा में 'जहर जिंदगी का' है। इस फ़िल्म को 21 अक्टूबर, 2022 को छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में रिलीज किया गया। फ़िल्म के जरिये समाज में महिलाओं की व्यथा को दिखाने का प्रयास किया गया है।
कुडुख भाषा के बारे में सामान्य जानकारी :
कुडुख द्रविड़ भाषा परिवार का हिस्सा है। इसका इस्तेमाल छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, बिहार और त्रिपुरा के लाखो उरांव एवं किसान जनजाति के लोगो के द्वारा किया जाता है। इसका प्रभाव उत्तरी छत्तीसगढ़ी में है।
कुडुख को यूनेस्को की लुप्तप्राय भाषाओं की सूची में रखा गया है, जहां इसकी स्थिति 'कमजोर' है।