भारत सरकार ने भाषाई त्रुटि की वजह से जनजातीय अधिकारों से वंचित छत्तीसगढ़ के 12 समुदायों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की स्वीकृति है। इन जनजातियों को संविधान की धारा 342 के अंतर्गत अधिसूचित अनुसूचित जनजाति समूह सूची में सम्मिलित किया गया है।
छत्तीसगढ़ के 12 नए जनजाति समुदायों के नाम निम्न है :
- भारिया, भूमिया (Bharia, Bhumia) के पर्याय के रूप में भूईया (Bhuinya), भुईयां (Bhuiyan), भूर्या (Bhuyan)।
- Bharia नाम के अंग्रेजी संस्करण को बिना बदलाव किए भरिया (Bharia) के रूप में भारिया (Bharia) का सुधार।
- पांडो के साथ पंडो, पण्डो, पन्डो।
- धनवार (Dhanwar) के पर्याय के रूप मैं धनुहार (Dhanuhar), धनुवार(Dhanuwar )।
- गदबा (Gadba, Gadaba)
- गोंड (Gond) के साथ गोंड़।
- काँध (Kondh) के साथ कोंद (Kond)।
- कोडाकू(Kodaku) के साथ कोड़ाकू(Kodaku)।
- नगेसिया (Nagesia), नगासिया (Nagasia) के पर्याय के रूप में किसान (Kisan )।
- धनगढ़ (Dhangad) का परिशोधन धांगड़(Dhangad)।
- सावर ( Sawar), सवरा (Sawara) के पर्याय के रूप में सौंरा (Saunra), संवरा (Saonra)।
- उक्त 11 जातियों के साथ ही अनुक्रमांक 43 में बिंझिया को अनुसूची में जोड़ने हेतु मान्य किया गया है।
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