नीति आयोग ने स्वास्थ्य सूचकांक 2021 जारी कर दिया है। इस रिपोर्ट से विभिन्न राज्यों में स्वास्थ्य क्षेत्र की स्थिति तथा प्रगति का आकलन करने में सहायता मिलती है।
स्वास्थ्य सूचकांक के चौथे दौर के रिपोर्ट को वर्ष 2019-20 (आधार वर्ष) की अवधि को ध्यान में रखा कर तैयार किया गया है। नीति आयोग के चौथे स्वास्थ्य सूचकांक में देश के बड़े राज्यों में केरल शीर्ष पर और उत्तर प्रदेश सबसे निचले पायदान पर है। केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली और जम्मू और कश्मीर समग्र प्रदर्शन के मामले में सबसे अग्रणी राज्य है।
स्वास्थ्य सूचकांक - राज्यों की सूची
- केरल
- तमिलनाडु
- तेलंगाना
- आंध्र प्रदेश
- महाराष्ट्र
- गुजरात
- हिमाचल प्रदेश
- पंजाब
- कर्नाटक
- छत्तीसगढ़
- हरियाणा
- असम
- झारखंड
- ओडिशा
- उत्तराखंड
- राजस्थान
- मध्य प्रदेश
- बिहार
- उत्तर प्रदेश
डाटा कहाँ से आता है ?
इस सूची के लिए डाटा नमूना पंजीकरण प्रणाली (एसआरएस), नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) और स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) से चुने जाते हैं।
पहली रिपोर्ट :
9 फरवरी, 2018 को नीति आयोग ने देश की पहली व्यापक स्वास्थ्य सूचकांक रिपोर्ट जारी की थी। यह विश्व में अपनी तरह की पहली रिपोर्ट है। इसे 'स्वस्थ राज्य, प्रगतिशील भारत' शीर्षक से जारी किया गया था।