छत्तीसगढ़ का "माटी तिहार" – Mati Tihar



माटी तिहार ( माटी का मतलब "मिट्टी" और तिहार का मतलब "पर्व" होता है। ) बस्तर संभाग चैत्र माह में मनाया जाने वाला एक दिवसीय जनजातीय पर्व है। माटी तिहार का मतलब मिट्टी की पूजा कर अच्छी फसल के लिए धन्यवाद अदा करना है। यह पर्व अलग-अलग गांवों में अपने मर्जी से अलग-अलग दिन में मनाया जाता है जिसे गांव के गायता, पुजारी एवं समुदाय के सभी लोग मिल कर तय करते हैं।


माटी तिहार के दिन ग्रामीण मिट्टी से संबंधित किसी प्रकार से कोई भी कार्य जैसे मिट्टी खोदना, खेतों मे हल चलाना आदि नहीं करते है। यदि कोई नियम विरुद्ध कार्य करते पाया गया तो समुदाय द्वारा उस व्यक्ति को दण्डित भी किया जाता है। 

माटी त्योहार से साल भर के त्योहार की शुरूआत होती है और मेला-मड़ई के साथ समाप्ति होती है। माटी देव की पूजा के साथ हीं अंचल में खेती किसानी का काम शुरू हो जाता है।