हिन्दी भाषा का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना माना गया है। भारत में 4 भाषा–परिवार— भारोपीय, द्रविड़, आस्ट्रिक व चीनी–तिब्बती मिलते हैं। भारत में बोलने वालों के प्रतिशत के आधार पर भारोपीय परिवार सबसे बड़ा भाषा परिवार है।
हिन्दी भारोपीय परिवार की आधुनिक काल की प्रमुख भाषाओं में से एक है। भारतीय आर्य भाषाओं का विकास क्रम इस प्रकार है:-
संस्कृत > पालि > प्राकृत > अपभ्रंश > हिन्दी व अन्य आधुनिक भारतीय आर्य भाषाएँ।
आधुनिक भाषाओं का जन्म अपभ्रंश के विभिन्न रूपों से इस प्रकार हुआ है :
- अपभ्रंश - आधुनिक भाषाएं
- शौरसेनी - पश्चिमी हिंदी, राजस्थानी, पहाड़ी , गुजराती
- पैशाची - लहंदा, पंजाबी
- ब्राचड - सिंधी
- महाराष्ट्री - मराठी
- मगधी - बिहारी, बंगला, उड़िया, असमिया
- पश्चिमी हिंदी - खड़ी बोली या कौरवी, ब्रिज, हरियाणवी, बुन्देल, कन्नौजी
- पूर्वी हिंदी - अवधी, बघेली, छत्तीसगढ़ी
- राजस्थानी - पश्चिमी राजस्थानी (मारवाड़ी) पूर्वी राजस्थानी
- पहाड़ी - पश्चिमी पहाड़ी, मध्यवर्ती पहाड़ी (कुमाऊंनी-गढ़वाली)
- बिहारी - भोजपुरी, मागधी, मैथिली
इन्हे देखें :