अमर टापू या अमरतटापू धाम ( Amartapu Dham ) छत्तीसगढ़ राज्य के मुंगेली जिले में जिला मुख्यालय से करीब 11 किलोमीटर की दुरी पर मोतिमपुर में आगर नदी पर स्थित एक टापू है। यह एक धार्मिक एवं पर्यटन स्थल है। यह टापू सतनामी समाज के लोगो के लिये आस्था का एक प्रमुख केंद्र है।
इतिहास
'सतनाम धर्म' के प्रवर्तक गुरु घासीदास बाबा जी के ज्येष्ट पुत्र बाबा अमरदास जी अमर टापू पर कई बार पड़ाव डालकर सतसंग करके लोगो को सतनाम का संदेश दिये थे इसीलिये इस टापू का नाम अमरटापू पड़ गया ।
मेला
प्रतिवर्ष गुरू घासीदास बाबा जी के जयंती पर्व 18 दिसम्बर को भव्य और विशाल मेला लगता है। यहाँ मेला का प्रारंभ 18 दिसम्बर 1996 को अमरटापू पर जैतखाम की स्थापना के साथ हुआ था। जयंती कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायकों, कलाकारों और पंथी नृत्य दलों द्वारा मंगल, भजन और प्रवचन के साथ आकर्षक पंथी नृत्य प्रस्तुत किया जाता है।
घोषणा :
18 दिसम्बर, 2020 को बाबा गुरु घासीदास जयंती समारोह में शामिल होते हुए मुख्यमंत्री ने अमरटापू धाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की।