नारायणपुर जिले की स्थापना 11 मई, 2007 को की गाई थी। यह पहले बस्तर जिला का हिस्सा था। यह प्रदेश का सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र है। छत्तीसगढ़ सर्वोत्तम सागौन इस जिले के खुर्सेल घाटी में पाया जाता है। अबूझमाड़ीया विकास प्राधिकरण नारायणपुर जिले में ही स्थित है।
परलकोट विद्रोह:
1824 ई. में नारायणपुर तहसील के परलकोट के जमींदार गेंद सिंह ने अंग्रेजो और मराठो के खिलाफ विद्रोह किया था जिसे परलकोट विद्रोह के नाम से जाना जाता है और इसके बाद छत्तीसगढ़ में अनेक विद्रोह हुए। पुर्ण पढ़ें
टाईगर किड:
टाईगर किड के नाम से मसहूर चेन्दरू भी नारायणपुर जिले से ही है। चेन्दरू ने एक अन्ग्रेजी फिल्म साशा में काम किया था। चेन्दरू माड़िया जनजाति से थे, जो बचपन से ही बाघो के बिच रहे थे।
पर्यटन:
खुर्सेल/खुरसेल जलप्रपात, छोटी डोंगर, ओरछा, मिलकुलवाड़ा आदि।
नदियां:
माड़िन, गुडरा, निबरा, कोटरी।
गुडरा / गुदरा-
इसका उद्गम नारायणपुर तहसील से होता है। यह बासुर के पास इंद्रावती नदी से मिल जाती है।