बालोद जिले का गठन 1 जनवरी 2012 को किया गया था। यह पहले दुर्ग जिले का हिस्सा था। बालोद शहर तंदुला (आदमाबाद) डैम के समीप है, जिसका निर्माण सूखा एवं तानदूला नदी पर 1912 में किया गया था।
सिंचाई परियोजना :
तानदुला, खरखरा एवं गोँदली डैम।
पर्यटन स्थल:
- गंगा मैया मंदिर : यह मंदिर बालोद तहसील में बालोद-दुर्ग रोड के पास झलमला में स्थित है।
- सियादेवी मंदिर : यह मंदिर गरूर-धमतरी मार्ग पर स्थिर गांव सांकरा से करीब 6 किलोमीटर की दुरी पर नारागांव में स्थित है। यहाँ एक प्राकृतिक झरना भी है जिसे सियादेवी झरना कहते है।
- तान्दुला बाँध : यह बाँध बालोद से 5 किमी की दूरी पर स्थित है।
- कपिलेश्वर मंदिर समूह
छत्तीसगढ़ के जिलें :
सरगुजा, सूरजपुर , बलरामपुर, कोरिया, जशपुर, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाह, मुंगेली, जांजगीर-चाम्पा, रायपुर, धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद, बलौदाबाजार, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, कवर्धा - कबीरधाम, बेमेतरा, बस्तर, दन्तेवाड़ा, कांकेर, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, कोंडागांव।