राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान उद्यान है। यह 200 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इसकी स्थापना 1982 में हुई थी। कांगेर नदी की वजह से इस उद्यान का नाम पड़ा है। यहाँ पहाड़ी मैना को संरक्षित किया गया है। कांगेर नदी में भैसादरहा नामक स्थान पर मगरमच्छ प्रकृतिक निवास है।
गुफाएँ ( Caves)
कांगेर घाटी के अंतर्गत आने वाले गुफाएँ निन्म है:-
- कुटुमसर गुफा
- कैलास गुफा
- कांगेर करपन गुफा
- दण्डक गुफा
- देवगिरी गुफा
- शीत गुफा
- गुप्तेश्वर गुफा
जलप्रपात ( Waterfall )
- कांगेर धारा जलप्रपात - कांगेर नदी
- तिरथगढ़ - मुनगा बहार नदी
- कुंदरु घुमर - कुन्दरु झोड़ी
- झुलना दरहा - कुन्दरु झोड़ी
- शिवगंगा - कुन्दरु झोड़ी
- बुनबुनी - कुन्दरु झोड़ी
- चिकनरा - कुन्दरु झोड़ी
नदियाँ ( Rivers )
दरभा ब्लॉक के छिन्दावाड़ा गांव से निकलने वाला कुन्दरु झोड़ी (नाला) लगभग 10 किमी लम्बा है। यह नदी मुनगा-बहार नदी की सहायक नदी है। इसमें 5 जलप्रपात कुंदरु घुमर, झुलना दरहा, शिवगंगा, बुनबुनी और चिकनरा बनते हैं। बुनबुनी और चिकनरा अंतिम जलप्रपात हैं। मुनगा-बहार नदी में ही तिरथगढ़ स्थिति जो छत्तीसगढ़ का सबसे उँचा जलप्रपात है।इन्हे देखें: