बिरहोर छत्तीसगढ़ की एक विशेष संरक्षित जनजाति है। इनका निवास छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में है। बिरहोर का अर्थ स्थानिय भषा में "जंगल में घूमने वाला" है, बिर- जंगल, होर- घूमने वाला।
इनमे युवा गृह का भी प्रचलन है जिसे "गितियोना" कहा जाता है। इन पर एस.सी राय ने "द बिरहोर" नामक पुस्तक भी लिखी है।
इनकी जनसंख्या काफी कम ( करीब 3000) है इस वजह से इन्हे विशेष संरक्षित जनजाति की श्रेणी में रखा गया है।