जन्म : 5 अगस्त 1950
मृत्यू : 25 मई 2013
महेंद्र कर्मा छत्तीसगढ़ राज्य के एक राजनीतिज्ञ थे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से संबंधित एक भारतीय आदिवासी नेता थे। वे बस्तर टाइगर के नाम से मशहूर थे। वर्ष 2013 में झिरम घाटी हमले में उनकी मृत्यू हो गई। वर्ष 2020 में बस्तर की सबसे बडी शैक्षणिक संस्था बस्तर विश्वविद्यालय का नाम "शहीद महेन्द्र कर्मा" कर दिया गया।
राजनीतिक जीवन:
वर्ष 2000 से 2004 में राज्य गठन के बाद से अजीत जोगी कैबिनेट में उद्योग और वाणिज्य मंत्री थे। वर्ष 2004 से 2008 तक छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। 2005 में, उन्होंने छत्तीसगढ़ में माओवादी समूह नक्सलियों के खिलाफ सलवा जुडूम आंदोलन के आयोजन में एक शीर्ष भूमिका निभाई।
मृत्यू:
नक्सलियों द्वारा 25 मई 2013 को सुकमा में उनकी पार्टी द्वारा आयोजित एक परिनिर्वाण रैली बैठक से लौटते समय झिरम घाटी में हमला कर हत्या कर दी गई।