प्रतीकात्मक तस्वीर ( गंगरेल ) |
हसदेव बांगो ( बांगो बांध ) परियोजना छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में, जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर हसदेव नदी में बांगो गांव में स्थित है। यह छत्तीसगढ़ सबसे ऊँचा बांध है, इसकी ऊंचाई 86 मीटर है। यह बांध लगभग 555 मीटर लंबा है और इसमें 11 गेट हैं। इसकी स्थापना वर्ष 1967 में की गई थी। यह छत्तीसगढ़ की प्रथम बहुद्देश्यीय परियोजना है। इस परियोजना से छत्तीसगढ़ के कोरबा, जांजगीर-चाम्पा और रायगढ़ जिले लाभान्वित है।
परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए बहुत ही अच्छा जगह, और यहाँ नौका विहार का भी आनंद लिया जा सकता है।
जलापूर्ति:
बालको, NTPC कोरबा, SECL, BPCL, कोरबा नगर निगम।
बालको, NTPC कोरबा, SECL, BPCL, कोरबा नगर निगम।
जल विद्युत:
मचाडोली में 40 मेगावाट की 3 जल विद्युत संयंत्र स्थित है।
मचाडोली में 40 मेगावाट की 3 जल विद्युत संयंत्र स्थित है।
पर्यटन:
पर्यटन के लिए यह एक अच्छि जगह है। यह आस-पास बहोत से प्राकृतिक जगह है। जैसे कि, बूका, गोल्डन आइलैंड, सतरेंगा।
पर्यटन के लिए यह एक अच्छि जगह है। यह आस-पास बहोत से प्राकृतिक जगह है। जैसे कि, बूका, गोल्डन आइलैंड, सतरेंगा।
छत्तीसगढ़ में परियोजनाएं:
छत्तीसगढ़ की सिंचाई परियोजनाएं, बांगो बांध, गंगरेल बांध, तांदुला जलाशय, केलो परियोजना, बोधगघाट परियोजना , अहिरन-खुटाघाट परियोजना, अरपा-भैसाझार परियोजना, केलो परियोजना , दुधवा बांध , रुद्री बांध, मुरुमसिल्ली बांध, खुड़िया बांध