केनापारा जलाशय सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत केनापारा में स्थित है। यहां SECL की बंद पड़ी पोखरी को SECL और जिला प्रशासन के सहयोग से एक पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया गया है। यहां बोटिंग की भी सुविधा है।
सूरजपुर विकासखंड के ग्राम केनापारा में क्लोज़र माइनिंग फंड के तहत कोलियरी क्रमांक 6 में मत्स्य पालन, बोटिंग एवं कैंटीन स्थापना हेतु जिला जिला प्रशासन द्वारा मछली पालन विभाग को वर्ष 2017 -18 में 1करोड़ 97 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई थी।
मछली/मत्स्य पालन:
जिला प्रशासन द्वारा मछली पालन के लिए केज कल्चर विकसित किया गया है। मछली पालन विभाग द्वारा केज कल्चर हेतु मार्च 2019 में कार्य प्रारंभ किया।
यहां पंगेशियस ( टेंगना ) प्रजाति के मछली का पालन किया जा रहा है। यहां 32 केज स्थापित (2019) किए गए हैं।
यहां पंगेशियस ( टेंगना ) प्रजाति के मछली का पालन किया जा रहा है। यहां 32 केज स्थापित (2019) किए गए हैं।
केज कल्चर क्या होता है ?
केज (पिंजरा) जाल द्वारा सभी ओर से बंद के पिंजरे के जैसा संरचना है जो पानी के प्रवाह एवं दबाव को लम्बे समय तक सहन कर सकता है। एशिया महादेश के कई देशों में जलाशयों एवं खुले समुद्र में केज निर्माण का मत्स्य पलान का कार्य वर्षों पहले से चला आ रहा है।
केज (पिंजरा) जाल द्वारा सभी ओर से बंद के पिंजरे के जैसा संरचना है जो पानी के प्रवाह एवं दबाव को लम्बे समय तक सहन कर सकता है। एशिया महादेश के कई देशों में जलाशयों एवं खुले समुद्र में केज निर्माण का मत्स्य पलान का कार्य वर्षों पहले से चला आ रहा है।
Source : vikaspedia