कवि खंडेराव का जन्म 1789 में रतनपुर में हुआ था। खंडेराव हिंदी के भक्तिकाल के कवि थे। छत्तीसगढ़ में भोसले शासन के दौरान सूबेदारों के कुषासन के प्रति उनका दुःख उनके कृतियों में दिखता है। इन्होंने ने कुशासन की आलोचना की। इनकी मात्र भाषा मराठी थी, परंतु इनकी सारी रचनायें हिंदी में थी।
कृतियां : राधा विनोद, भक्त विरुदावली।
राधा विनोद श्रीमद् भागवत के दशम स्कन्ध पर आधारित है। जिसकी रचना खंडेराव ने सन्1886 में की थी।