धमतरी जिला Dhamtari Jila


जिला - धमतरी
स्थापना - 6 जुलाई 1998
क्षेत्रफल - 4081 वर्ग किलोमीटर
जनसंख्या 2011 - 799781
तहसील - कुरद, मगरलोड, नगरी, धमतरी
विकाशखण्ड - कुरद, मगरलोड, नगरी, धमतरी
नगर पालिका - 1
नगर पंचायत - 5
ग्राम पंचायत - 333

धमतरी जिला भारत की स्वतंत्रता आंदोलन में राज्य का प्रमुख केंद्र था। 1920 मे छत्तीसगढ़ में सत्याग्रह की सुरुवात धमतरी के कंडेल ग्राम मे "कंडेल नहर सत्याग्रह" साथ हुआ। महात्मा गांधी का प्रथम छत्तीसगढ़ आगमन इस सत्याग्रह मे हुआ। इसके अलावा 1930 मे गट्टा सिल्ली और रुद्री नवागांव मे जंगल सत्याग्रह हुआ।

धमतरी नगर निगम :
ब्रिटिशकालीन म्यूनिसिपल एक्ट के तहत धमतरी नगर पालिका का गठन 27 जुलाई 1881 को हुआ था। तब धमतरी नगर पालिका की जनसंख्या 6647 थी। पालिका में 8 निर्वाचित और3 नामितसदस्य, तहसीलदार, पदेन अध्यक्ष और नायब तहसीलदार, अवैतनिक सचिवथे। यह व्यवस्था 1921 तक रही। वर्ष 1922 में म्यूनिसपल एक्ट लागू हुआ जिसमें स्व. नारायण राव मेघावाले 14 जनवरी 1922 को प्रथम अशासकीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए। इसके बाद स्व. नत्थू जी जगताप सन 1922 से 1934 तक निर्वाचित प्रथम अध्यक्ष हुए।

पर्यटन स्थल:

गंगरेल बांध, मुरुमसीलि, सीता नदी अभ्यारण, सिहावा, भनपुरी, तेलीनसती का मंदिर, बिलाई माता मंदिर।

नदी
छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े अपवहतंत्र महानदी का उद्गम धमतरी के सिहावा पर्वत से हुआ है। इस नदी पर धमतरी मे छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा और लांबा बांध "गंगरेल" यहा है।

परियोजना:
धमतरी मे छत्तीसगढ़ की प्रथम परियोजना "रुद्री पिक-अप वियर" है। इसका निर्माण 1915 में हुआ था। 1993 मे इसका स्थान रुद्री बैराज ने लिया। इसके अलावा राज्य का प्रथम सायफन बांध मॉडमसिल्ली / मुरूमसिल्ली (1923) यहा है। छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा और लांबा बांध "गंगरेल" या रविशंकर जलाशय यहा है।


जलप्रपात
नरहरा जलप्रपात:
धमतरी जिला मुख्यालय से नरहरा जलप्रपात 36 किमी दूर है। जलप्रपात तक पहुचने के लिए बीच में लगभग 3 किमी तक मुरूम बिछाई गई है। नरहरा धाम में झरना के ठीक पीछे गुफा के अंदर नरहरेश्वरी माता की मूर्ति स्थापित है। मंदिरनुमा इस गुफा की छत चट्टान से आच्छादित है। स्थानीय ग्रामीण इसे वनदेवी भी कहते हैं।