छत्तीसगढ़ राज्य गठन के पूर्व 03 संभागीय कार्यालय क्रमशः रायपुर, बिलासपुर एवं बस्तर स्थापित था। राज्य गठन के बाद बिलासपुर संभाग से पृथक कर अंबिकापुर संभाग की स्थापना की गई।
छत्तीसगढ़ राज्य गठन के पूर्व 02 प्रथम श्रेणी, 05 द्वितीय श्रेणी, 20 तृतीय श्रेणी एवं चतुर्थ श्रेणी के 43 कृषि उपज मंडियां कार्यरत थी। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के पश्चात् 03 स्वतंत्र मंडी की स्थापना की गई। इस प्रकार कुल 73 कृषि उपज मंडियां कार्यरत थी किन्तु परिसीमन के कारण 05 कृषि उपज मंडियों को बंद कर उपमंडियां घोषित की गई तथा 01 नवीन मंडी पखांजूर की स्थापना की गई। इस प्रकार वर्तमान राज्य में कुल 69 कृषि उपज मंडी एवं 118 उपमंडियां कार्यरत है।
छत्तीसगढ़ शासन कृषि विभाग के अधिसूचना क्रमांक/4399/डी-15/184/03-04/ 14-3 रायपुर दिनांक 15 जुलाई 2003 द्वारा प्रदेश की मंडी समितियों की 03 वर्ष की आय के आधार पर मंडीयों के वर्गीकरण संबंधी आदेश जारी किये गये। तदानुसार वर्तमान में वर्गवार मंडीयों की संख्या निम्नानुसार है:-
छत्तीसगढ़ राज्य गठन के पूर्व 02 प्रथम श्रेणी, 05 द्वितीय श्रेणी, 20 तृतीय श्रेणी एवं चतुर्थ श्रेणी के 43 कृषि उपज मंडियां कार्यरत थी। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के पश्चात् 03 स्वतंत्र मंडी की स्थापना की गई। इस प्रकार कुल 73 कृषि उपज मंडियां कार्यरत थी किन्तु परिसीमन के कारण 05 कृषि उपज मंडियों को बंद कर उपमंडियां घोषित की गई तथा 01 नवीन मंडी पखांजूर की स्थापना की गई। इस प्रकार वर्तमान राज्य में कुल 69 कृषि उपज मंडी एवं 118 उपमंडियां कार्यरत है।
छत्तीसगढ़ शासन कृषि विभाग के अधिसूचना क्रमांक/4399/डी-15/184/03-04/ 14-3 रायपुर दिनांक 15 जुलाई 2003 द्वारा प्रदेश की मंडी समितियों की 03 वर्ष की आय के आधार पर मंडीयों के वर्गीकरण संबंधी आदेश जारी किये गये। तदानुसार वर्तमान में वर्गवार मंडीयों की संख्या निम्नानुसार है:-
छ.ग़. राज्य बनने के पहले | राज्य बनने के बाद की |
श्रेणी अ - 02
|
12
|
श्रेणी ब - 05
|
17
|
श्रेणी स - 20
|
30
|
श्रेणी द - 43
|
10
|
योग - 70
|
69
|