खल्लारी छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले में स्थित एक ग्राम है। यहाँ जगन्नाथ मंदिर स्थित है। यह स्मारक छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा संरक्षित है। खल्लारी राजधानी रायपुर से करीब 80 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। यहा माता खल्लारी देवी का मंदिर है।
इतिहास :
इतिहास :
मान्यता है कि महाभारत काल में राक्षस हिडिंब का राज था, जिसे भीम ने मारा था। हिंडिंब की बहन हिंडिबा ने भीम के रूप और बल से प्रभावित होकर इस स्थान पर विवाह किया था।
खल्लारी का प्राचीन नाम मृत्कागढ़, खल्वाटिका था। कलचुरी वंश के लहुरी शाखा जब रायपुर में स्थापित हुई तब उनकी आरंभिक रजधानी खल्लारी थी। 1409 ई. में ब्रम्हदेव राय के काल में राजधानी खल्लारी से रायपुर स्थानांतरित हुई।
ब्रम्हदेव राय के काल में देवपाल नमक मोची ने 1415 ई. में खल्लारी में विष्णु मंदिर का निर्माण कराया।
ब्रम्हदेव राय के काल में देवपाल नमक मोची ने 1415 ई. में खल्लारी में विष्णु मंदिर का निर्माण कराया।
खल्लारी माता मंदिर ( Khallari Mata Temple) :
यह मंदिर खल्लारी गांव के एक पहाड़ पर स्थित है। लोगो की बहुत आस्था है इस स्थल से। वर्ष 1940 में यहां पहलीबार सीढ़ियों का निर्माण कराया गया। खल्लारी माता मंदिर तक पहुचने के लिए 850 सीढ़ियों का निर्माण किया गया है। इसके बाद समय-समय पर यहां निर्माण कार्य होते रहे। वर्ष 1985 में सर्वप्रथम नवरात्रि मे ज्योति कलश प्रज्जलित करना प्रारंभ हुआ।
मेला :
चैत्र माह में पूर्णिमा के अवसर पर इस ग्राम में एक वार्षिक मेला लगता है। जो देवी के सम्मान में होता है। यह मेला 7 दिनों तक चलता है।