• नेतृत्व- नांगूल दोरला
• शासक- भैरमदेव
• उद्देश्य - साल पेड के कटाई के विरूद्ध
यह आदिवासी विद्रोह कोई आदिवासियो के द्वारा वर्ष 1859 में साल वृक्षो के कटाई के विरूद्ध में किया गया था। इस वर्ष जमींदारों ( फोतकेल, भेजी, कटपल्ली ) द्वारा सामूहिक निर्णय लिया गया था की साल वृक्षो की कटाई नहीं होने दिया जायेगा। लेकिन ब्रिटिश शासन इस निर्णय के विरोध में कटाई करने वालो के साथ बंदूकधारी सिपाही भेज दिये। आदिवासी इससे आक्रोशित होगये और उन्होंने कटाई करने वालो पर हमला बोल दिया। इस विद्रोह में नारा दिया गया "एक साल वृक्ष के पीछे एक व्यक्ति का सिर" था। इस विद्रोह में अनेक ठेकेदार मरेगये। मजबूरन ब्रिटिश शासन ने ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर दी।
अन्य विद्रोह :
- मुरिया विद्रोह
- लिंगागिरि विद्रोह
- मेरिया/माड़िया विद्रोह
- तारापुर विद्रोह
- भोपालपट्टनम संघर्ष
- परलकोट विद्रोह
- हल्बा विद्रोह
- महान भूमकाल विद्रोह