बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल - Barrister Thakur Chhedilal

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जन्म - सन् 1887 ई.
स्थान - अकलतरा ( वर्तमान में जांजगीर-चांपा जिला )
पिता - श्री पचकोड सिंह
निधन - 18 सितंबर, 1956 ई.

प्रयाग के म्योर कॉलेज से इंटरमीडिएट करने के पश्चात् उच्च शिक्षा हेतु ऑक्सफोर्ड गये, जहाँ इतिहास में एम.ए., एल.एल.बी.तथा बार-एट-लॉ की उपाधि प्राप्त की। लंदन में ही इंडिया हाऊस नामक क्रांतिकारी संगठन के सम्पर्क में आए तथा फ्रांस में बम निर्माण का प्रशिक्षण लिया।

वर्ष 1921 में बनारस वि.वि. एवं 1922 में गुरुकुल कांगडी में कुछ समय तक अध्यापन का कार्य किया तथा प्रयाग की सेवा समिति का संचालक 1926 तक थे।

वर्ष 1919 से स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय श्री. वी.गिरी के सानिध्य में बंगाल भानपुर रेलवे श्रमिक संघ के उच्च पदों पर 1927 से वर्ष 1932 तक थे,तथा जल्द ही अन्तप्रांतीय राजनीतिज्ञों के प्रमुख बन गये। और 1928 में महात्मा गांधी से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हो गए। 1932 ई. में असहयोग आंदोलन में भाग लिया जिस  कारण बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल 2500 रुपये अर्थदण्ड भी पटाना पडा था ।

वर्ष 1932 ई. में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य बने तथा  1932 ई. में संयुक्त प्रांतीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष भी थे । वर्ष 1937 में भारत के प्रथम आम चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में विजयी होने पर विधायक रहे तथा वर्ष 1946  में संविधान सभा के सदस्य भी रहे।


व्यक्तित्व :