पृथ्वीदेव प्रथम कलचुरि शासक थे। इन्होने ने ११६५ ई. - ११९० ई. तक शासन किया, इन्होने अपने राज्य का विस्तार किया और 'सकल कोशलाधिपति' की पदवी धारण की थी। पृथ्वीदेव कोशल ( वर्तमान छत्तीसगढ़ ) के २१०० ग्रामो पर शासन करता था।
छत्तीसगढ़ में पाण्डु वंश के तीवरदेव ने भी 'सकल कोसलाधिपति' की उपाधि धारण की थी।
पृथ्वीदेव ने तुम्माण में पृथ्वीदेवेश्वर शिव मंदिर का निर्माण एवं रतनपुर में विशाल खुदवाया था।
छत्तीसगढ़ में पाण्डु वंश के तीवरदेव ने भी 'सकल कोसलाधिपति' की उपाधि धारण की थी।
पृथ्वीदेव ने तुम्माण में पृथ्वीदेवेश्वर शिव मंदिर का निर्माण एवं रतनपुर में विशाल खुदवाया था।