छत्तीसगढ़ का इतिहास - छत्तीसगढ़ के 36 गढ़ ( History Of Chhattisgarh - The 36 Citadel of chhattisgarh )
कलचुरि शासन में गढ़ महत्वपूर्ण इकाई थी। छत्तीसगढ़ ३६ में विभाजित था। छत्तीसगढ़ में कलचुरियो की दो शाखाये थी।
जानकारी : ब्रम्हदेव के खल्लारी शिलालेख।
विभाजन : शिवनाथ नदी ( उत्तर में रतनपुर शाखा एवं दक्षिण में रायपुर शाखा )।
रतनपुर के 18 गढ़ :
रतनपुर,
उपरोड़ा,
मारो,
विजयपुर,
खरौद,
कोटगढ़,
नवागढ़,
सोढ़ी,
ओखर,
पडरभट्ठा,
सेमरिया,
मदनपुर,
कोसगई,
करकट्टी,
लाफा,
केंदा,
मातिन गढ़,
पेण्ड्रा,
रायपुर के 18 गढ़ :
रायपुर,
पाटन,
सिगमा,
सिंगारपुर,
लवन,
अमीर,
दुर्ग,
सारधा,
सिरसा,
मोहदी,
खल्लारी,
सिरपुर,
फिंगेश्वर,
सुवरमाल,
राजिम,
सिंगारगढ़,
टेंगनागड़,
अकलवाड़ा,
रायपुर के 18 गढ़ :
रायपुर,
पाटन,
सिगमा,
सिंगारपुर,
लवन,
दुर्ग,
सारधा,
सिरसा,
मोहदी,
खल्लारी,
सिरपुर,
फिंगेश्वर,
सुवरमाल,
राजिम,
सिंगारगढ़,
टेंगनागड़,
अकलवाड़ा,
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