छत्तीसगढ़ राज्य में वर्ष 2005 के बेसलाइन सर्वेक्षण के अनुसार विशेष पिछड़ी जनजातियों के 44331 परिवार निवासरत है जिनकी कुल जनसंख्या 194070 है। छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजातिया कमार, बिरहोर, कोरवा, अबुझमाड़िया, पहाड़ी कोरव, बैगा, पण्डो एवं भुंजिया निवासरत है। इन जनजातियों को समाज की मुख्य साखा से जोड़ने के लिए समेकित विकास हेतु मुख्यमंत्री 11 सूत्री कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है।
कार्यक्रम के अंतर्गत निम्न योजना संचालित है :-
1) आवासहीन परिवारों के लिए आवास
2) पेयजल विहीन ग्रामो के लिए पेयजल की उपलब्धता
3) विद्युत विहीन ग्रामो का विद्युतीकरण
4) स्वास्थ्य परीक्षण
5) खाद्य सुरक्षा प्रदान करना
6) 0 से 6 वर्ष के बच्चो तथा गर्भवती/स्तनपान कराने वाली माताओ को कुपोषण से बचाने के लिए पोषक आहार प्रदान करना
7) कौशल उन्नयन
8) सामाजिक सुरक्षा
9) वन अधिकार पत्र का वितरण
10) जाति एवं निवास प्रमाण पत्र का वितरण
11) सूचना जागरूकता हेतु रेडियो तथा दोनंदिनी आवश्यकता हेतु छाता एवं कंबल प्रदाय
2) पेयजल विहीन ग्रामो के लिए पेयजल की उपलब्धता
3) विद्युत विहीन ग्रामो का विद्युतीकरण
4) स्वास्थ्य परीक्षण
5) खाद्य सुरक्षा प्रदान करना
6) 0 से 6 वर्ष के बच्चो तथा गर्भवती/स्तनपान कराने वाली माताओ को कुपोषण से बचाने के लिए पोषक आहार प्रदान करना
7) कौशल उन्नयन
8) सामाजिक सुरक्षा
9) वन अधिकार पत्र का वितरण
10) जाति एवं निवास प्रमाण पत्र का वितरण
11) सूचना जागरूकता हेतु रेडियो तथा दोनंदिनी आवश्यकता हेतु छाता एवं कंबल प्रदाय