शबरी नदी - Sabari Nadi


शबरी नदी उद्गम उड़ीसा के कोरापुट ज़िले के सिंकारम की पहाड़ियों से हुआ है। छत्तीसगढ़ में इसका उद्गम बैलाडीला के नंदिराज शिखर (नन्दपुर पर्वत) से माना जाता है। यह गोदावरी नदी की दूसरी बड़ी सहायक नदी है। छत्तीसगढ़ राज्य में कुल लम्बाई 173 किमी. है। तेलंगाना राज्य के कुनावरम के निकट गोदावरी में मिल जाती है।

विशेष - यह नदी छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के मध्य सीमा बनाती है। इस नदी में छत्तीसगढ़ राज्य के सुकमा जिले और तेलंगाना कुनावरम के मध्य 36 किमी लंबे जल मार्ग पर स्टीमर तथा नाव द्वारा परिवहन होता है।

परियोजना :
उड़ीसा में इस नदी को कोलाब के नाम से जाना जाता है। कोलाब नाम से ही इस नदी पर उड़ीसा में बहुउद्देशीय परियोजना है।  

शबरी नदी का पुल मुख्य लेख :
3 अप्रैल 2017 को शबरी नदी पर उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के मध्य पुल का उद्घाटन किया गया। शबरी नदी पार ओडि़शा जाने के लिए सुकमा के झापराघाट और दोरनापाल में पहले ही दो पुल बनाए जा चुके हैं।

सहायक नदिया :
कांगेर, मलगेर, पोटेरू।  

जलप्रपात:
सुकमा जिले में रानीदरहा, मड़वा एवं गुप्तेश्वर जलप्रपात स्थित है।

इन्हे देखें:
छत्तीसगढ़ कि प्रमुख नदियाँ