1/23/2024

कर्पूरी ठाकुर कौन है ? Karpoori Thakur


कर्पूरी ठाकुर बिहार राज्य के एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्हें जन नायक के नाम से जाना जाता था। उन्होंने दिसंबर 1970 से जून 1971 तक (सोशलिस्ट पार्टी/भारतीय क्रांति दल) और दिसंबर 1977 से अप्रैल 1979 तक (जनता पार्टी) बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।


कर्पूरी ठाकुर जी का जन्म 24 जनवरी, 1924 को बिहार के समस्तीपुर जिले के पितौंझिया (अब कर्पूरी ग्राम) गांव में गोकुल ठाकुर और रामदुलारी देवी के घर नाई जाति में हुआ था।[1] वे ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन में शामिल थे। उन्होंने वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया, जिस वजह से उन्होंने अपना स्नातक कॉलेज छोड़ दिया। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए, उन्होंने 26 महीने जेल में बिताए।


राजनीतिक यात्रा

कर्पूरी ठाकुर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की. वे  वर्ष 1952 में पहली बार बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए। वर्ष 1967 में वे बिहार के शिक्षा मंत्री बने। 1970 में वे बिहार के मुख्यमंत्री बने. उनके मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार में कई महत्वपूर्ण सुधार हुए। जिनमें से एक था गरीबों और पिछड़ों के लिए आरक्षण का प्रावधान करना। 1977 में वे फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बने। और बिहार के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री मंत्री बनें।


भारत रत्न :

23 जनवरी 2024 को कर्पूरी ठाकुर को उनके 100वीं जन्म जयंती से पहले मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई।


मृत्यु:

17 फरवरी, 1988



10/03/2023

UPI LITE X क्या है ? इंटरनेट के बिना पैसे भेज सकते


RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के द्वारा Global Fintech Fest 2023 के दौरान UPI के लेटेस्ट फीचर को पेश किया, जिसका नाम UPI Lite X है। UPI Lite X के द्वारा यूजर्स बिना इंटरनेट यानी ऑफलाइन मोड में मनी ट्रांसफर और रिसीव कर सकते हैं। यह रिमोट एरिया में काफी उपयोगी होगी।

UPI LITE X की मदद से यूजर्स पूरी तरह ऑफलाइन मोड पर भी रुपये सेंड और रिसीव भी कर सकेंगे. ऐसे में यह सभी लोगों के लिए उपयोगी होगा। UPI LITE X फीचर्स का इस्तेमाल करने के लिए फोन में नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) का सपोर्ट होना चाहिए।


भीम (BHIM) ऐप में UPI LITE X सेटअप की प्रक्रिया:

  • भीम ऐप खोलें और 'UPI Lite X Balance' मेनू पर जाएं। 'Enable' बटन पर टैप करें।
  • टिक बॉक्स को टॉगल करके और 'Enable Now' पर क्लिक करके ऑफ़लाइन लेनदेन सक्रिय करें।
  • ऐप आपको अपने यूपीआई लाइट वॉलेट में धनराशि डालने के लिए प्रेरित करेगा; वांछित राशि दर्ज करें.
  • 'UPI लाइट X सक्षम करें' बटन चुनें।
  • अपना यूपीआई पिन दर्ज करें।
  • अपने वॉलेट में सफलतापूर्वक धनराशि जोड़ने के बाद, आप ऑफ़लाइन लेनदेन के लिए UPI लाइट एक्स का उपयोग शुरू कर सकते हैं।


UPI Lite में लेनदेन की सीमा 200 रुपये है, जबकि किसी भी समय ऑन-डिवाइस वॉलेट के लिए अधिकतम यूपीआई लाइट बैलेंस 2,000 रुपये है।

नोबेल पुरस्कार 2023 - विजेताओं को सूची (Nobel Prize Winners)


नोबेल पुरस्कारों (Nobel Prize) की स्थापना अल्फ्रेड नोबेल (Alfred Nobel) के वसीयतनामे के अनुसार वर्ष 1895 में की गाई थी। प्रथम नोबेल पुरस्कार का वितरण वर्ष 1901 में किया गया था। वर्तमान में यह पुरस्कार 6 क्षेत्रों, शांति, साहित्य, भौतिकी, केमिस्ट्री, मेडिसिन और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में योगदान के लिए दिया जाता है।

स्वीडन के सेंट्रल बैंक Sveriges Riksbank ने वर्ष 1968 में इकनॉमिक साइंसेज में प्राइज की स्थापना की गयी थी। बैंक ने अपनी 300वीं सालगिरह के मौके पर इस प्राइज का ऐलान किया था। प्रथम इकनॉमिक साइंसेज का नोबेल वर्ष 1969 में दिया गया। 

इस वर्ष के नोबेल पुरस्कार विजेताओं को 11 मिलियन स्वीडिश क्राउन ($986,000/ करीब 8 करोड़ रुपये) पुरस्कार के रूप में दिया जाएगा।


पुरस्कार एवं विजेताओं की सूची :


चिकित्सा :

अमेरिकी वैज्ञानिक कैटलिन कारिको (Caitlin Carico) और डू वीजमैन (Dou Weisman) को मैसेंजर राइबोन्यूक्लिक एसिड (mRNA) के न्यूक्लियोसाइड बेस संशोधनों के संबंध में किये गए खोजों के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया। इस खोज की वजह से कोरोनावायरस यानी सीओवीआईडी-19 के खिलाफ प्रभावी mRNA टीकों के विकास में मदद मिली है।


भौतिक :

अमेरिकी वैज्ञानिक पियरे एगोस्टिनी (Pierre Agostini), जर्मनी के फेरेंक क्रूज़ (Ferenc Krausz) और स्‍वीडन की ऐनी एल'हुइलियर (L' Huillier) को प्रकाश के एटोसेकंड पल्‍स के अनूठे प्रयोगों के लिए प्रदान किया गया है। यह प्रयोग परमाणु और अणुओं में इलेक्ट्रॉनों की गति के संबंध में अत्‍याधुनिक उपकरण बनाने में मददगार होगा।


साहित्य :

नॉर्वेजियन लेखक जॉन फॉसे (Jon Fosse) को साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया है।


रसायन : 

U.S.A के मौंगी जी. बावेंडी (Moungi G. Bawendi), लुईस ई. ब्रूस (Louis E. Brus) और एलेक्सी आई. एकिमोव (Alexei I. Ekimov) को क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए रसायन के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। इन नैनोकणों का इलेक्ट्रॉनिक्स, उन्नत सर्जरी और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में व्यापक अनुप्रयोग है।


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10/02/2023

बिहार जातिय जनगणना 2023


बिहार सरकार के विधानमंडल ने 18 फरवरी 2019 को राज्य में जाति आधारित जनगणना (सर्वे) कराने का प्रस्ताव पारित किया था। 2 जून 2022 को बिहार मंत्री परिषद ने जाति आधारित जनगणना कराने का फ़ैसला किया। इसे दो चरणों में किया गया। पहले चरण में 7 जनवरी 2023 से 31 जनवरी 2023 तक मकानों का नंबरीकरण किया गया और लिस्ट बनाई गई। इसके बाद दूसरे चरण में राज्य के सभी व्यक्तियों की जनगणना का काम 15 अप्रैल 2023 को शुरू किया गया।

5 अगस्त 2023 को सारे आंकड़े बनाकर मोबाइल ऐप के जरिए उसे जमा किया गया। इस जाति आधारित गणना के अनुसार कुल आबादी 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 है।


वर्ग के आधार पर राज्य में जनसंख्या  

  1. पिछड़ा वर्ग - 27.1286%
  2. अत्यंत पिछड़ा वर्ग - 36.0148%
  3. अनुसूचित जाति - 19.6518%
  4. अनुसूचित जनजाति - 1.6824%
  5. अनारक्षित - 15.5224%


जाति के आधार पर राज्य में जनसंख्या

  1. यादव- 14. 2666 %
  2. कुर्मी- 2.8785 %
  3. कुशवाहा- 4.2120 %
  4. ब्राह्मण- 3.6575 %
  5. भूमिहार- 2.8683 %
  6. राजपूत- 3.4505 %
  7. मुसहर- 3.0872 %
  8. मल्लाह- 2.6086 %
  9. बनिया- 2.3155 %
  10. कायस्थ- 0.60 %

धर्म के आधार पर जनसंख्या का आंकड़ा
  1. हिन्दू - 81.99%
  2. इस्लाम - 17.70%
  3. ईसाई  - 0.05%
  4. सिख - 0.011%
  5. बौद्ध - 0.0851%
  6. जैन - 0.0096%


9/30/2023

हमर राज राजनीतिक दल - Hamar Raaj Political Party


हमर राज (Hamar Raaj, English : Our Rule) राजनीतिक दल छत्तीसगढ़ की एक स्थानीय राजनीतिक दल है। जिसकी स्थापना वर्ष 2023 में श्री अरविंद नेताम के द्वारा की गई है।

अरविंद नेताम पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। वे बस्तर में सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष भी है। उन्होंने 9 अगस्त, 2023 को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया। आदिवासी समाज ने पार्टी का नाम 'हमर राज' पार्टी रखने का फैसला लेकर निवार्चन आयोग में पंजीयन के लिए आवेदन प्रस्तुत किया, जिस पर 29 सितंबर, 2023 को आयोग की मुहर लगा दी।



9/29/2023

वाईफाई (WIFI) 7 क्या है?



वाईफाई (WI-FI) 7 आगामी वाईफाई मानक है, जिसे IEEE 802.11be एक्सट्रीमली हाई थ्रूपुट (EHT) के रूप में भी जाना जाता है। यह IEEE 802.11 (WI-FI 6) मानक का अगला संशोधन है। वर्तमान में राउटर कई वाईफाई बैंड- 2.4, 5 और 6GHz का समर्थन कर सकते हैं, लेकिन wi-fi क्लाइंट किसी एक wifi बैंड का उपयोग करके कनेक्ट होते हैं।त। परंतु, wi-fi 7 सभी बैंड (2.4 गीगाहर्ट्ज, 5 गीगाहर्ट्ज और 6 गीगाहर्ट्ज) पर काम करता है। WI-FI 7 कम्युनिकेशन की दुनिया मे अगला बड़ा कदम साबित होगा।


WI-FI 6 VS WIFI 7

वाईफाई 6 को दुनिया में उपकरणों की बढ़ती संख्या के जवाब में बनाया गया था, WI-FI 7 का लक्ष्य अधिक दक्षता के साथ हर डिवाइस के लिए आश्चर्यजनक रूप से अधिक गति प्रदान करना है। 

वाईफाई 7 में 320 मेगाहर्ट्ज अल्ट्रा-वाइड बैंडविड्थ, 4096-क्यूएएम, मल्टी-आरयू और मल्टी-लिंक ऑपरेशन पेश किया गया है, जो WI-FI  6 की तुलना में 4.8× तेज और WI-FI  5 की तुलना में 13× तेज गति प्रदान करता है। पहले से कहीं अधिक परिदृश्य अनलॉक करें।

9/28/2023

क्लाउड किचन (Cloud Kitchen) क्या होता है ? कम बजट में क्लाउड किचन कैसे शुरू करें


वर्तमान समय में क्लाउड किचन (Cloud Kitchen) एक उभरता व्यवसाय है। इसे ghost kitchen या virtual kitchen भी कहा जाता है। क्लाउड किचन का उपयोग केवल डिलीवरी या टेकआउट के लिए भोजन तैयार करने के उद्देश्य से किया जाता है, जिसमें कोई भी ग्राहक शामिल नहीं होता है। क्लाउड किचन के माध्यम से मौजूदा रेस्तरां कर सकते है या न्यूनतम लागत पर एक नया वर्चुअल ब्रांड शुरू किया जा सकता है। यदि आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जो घर से ही कोई नया काम सुरु करना चाहता है तप क्लाउड किचन (Cloud Kitchen) एक अच्छा चुनाव हो सकता है।


कम बजट में क्लाउड किचन कैसे शुरू करें ?

जैसा कि हमने कहा कि एक क्लाउड किचन (Cloud Kitchen) को घर से ही सुरु किया जा सकता है। परंतु आप कर घर के रसोईघर में आधारभूत सुविधाएं होनी चाहिए। यदि नहीं है तो आप का बजट बढ़ सकता है। इसके अलावा यदि आप घर के सदस्यों के साथ अपना क्लाउड किचन (Cloud Kitchen) सुरु करना चाहते है तो यह एक अच्छी योजना होगी।

आधारभूत सुविधाओं के अलावा FSSI लाइसेंस, GST पंजीकरण, नगर निगम स्वास्थ्य व्यापार लाइसेंस, अग्नि लाइसेंस, आदि आप के पास होने चाहिए। इसके आप आप FOOD DELIVERY प्लेटफॉर्म में अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते है। यदि आप अपना क्लाउड किचन का कामकाज सुचारू रूप से करना चाहते है तो ऑर्डर की ट्रैकिंग और विस्तृत रिपोर्टिंग आवश्यक है।





विश्व का 8वां महाद्वीप जीलैंडिया (Zealandia)



जीलैंडिया (Zealandia) विश्व का आठवां महाद्वीप है ऐसा वैज्ञानिकों का मत है। इसे Te Riu-a-Māui या Tasmantis नाम से भी जाना जाता है। इस महाद्वीप का क्षेत्रफल 49 लाख वर्ग किलोमीटर है, परंतु इस महाद्वीप का लगभग 94% भूभाग दक्षिण प्रशांत महासागर में डूबा हुआ है। इस महाद्वीप के लिए ज़ीलैंडिया का नाम और अवधारणा 1995 में अमेरिकी वैज्ञानिक ब्रूस लुएन्डिक द्वारा प्रस्तावित की गई थी।


Source : Wikipedia


जनसंख्या :

2022 तक, जीलैंडिया की कुल जनसंख्या लगभग 5.4 मिलियन है। लगभग 1.7 मिलियन लोगों के साथ सबसे बड़ा शहर ऑकलैंड है; महाद्वीप की कुल जनसंख्या का लगभग एक-तिहाई।


9/27/2023

भगत सिंह से संबंधित 10 तथ्य : facts related to Bhagat Singh



भगत सिंह का जीवन और कार्य न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में लोगों को न्याय और स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए प्रेरित करते हैं। भारतीय स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के बारे में शीर्ष 10 तथ्य हैं:


1. प्रारंभिक जीवन : भगत सिंह का जन्म एक देशभक्त सिख परिवार में 28 सितंबर, 1907 को बंगा, पंजाब, ब्रिटिश भारत (अब पाकिस्तान में) में हुआ था।

2. जलियांवाला बाग नरसंहार : 1919 में जलियांवाला बाग नरसंहार से वे बहुत प्रभावित हुए, जिससे उनमें ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ लड़ने की इच्छा जागृत हुई। इस समय भगत सिंह की उम्र 12 वर्ष की थी।

3. संगठन : भगत सिंह सशस्त्र संघर्ष के माध्यम से ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के लिए हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (एचएसआरए) और गदर पार्टी जैसे संगठन के मुख्य सदस्य थे।

4. असेंबली बमबारी : 1929 में, भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दमनकारी कानूनों के विरोध में केंद्रीय विधान सभा में गैर-घातक धुआं बम फेंके। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन मुकदमे का इस्तेमाल अपने मकसद को बढ़ावा देने के लिए किया गया।

5.लाला लाजपत राय की मृत्यु : भगत सिंह ने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान 29 नम्बर, 1928 को पुलिस की बर्बरता के कारण लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के उद्देश्य से भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु, ने लाला लाजपत राय के मृत्यु के लिए जिम्मेदार पुलिस प्रमुख को मारने का फैसला किया। हालाँकि, उन्होंने 17 दिसंबर 1927 को जेम्स स्कॉट के बजाय सहायक पुलिस अधीक्षक, जॉन सॉन्डर्स की हत्या कर दी।

6. सॉन्डर्स की हत्या : स्कॉट के बजाय, जेम्स ए सॉन्डर्स को दिसंबर 1928 में भगत सिंह और उनके सहयोगियों ने गलती से गोली मार दी थी। भगत सिंह और उनके सहयोगियों ने भागने का कोई प्रयास नहीं किया और स्वेच्छा से गिरफ्तारी का सामना किया।

7. भूख हड़ताल : जेल में रहते हुए, भगत सिंह ने राजनीतिक कैदियों के साथ अमानवीय व्यवहार के विरोध में और बेहतर स्थितियों के लिए कई भूख हड़तालें कीं।

8. कोर्ट केस : भगत सिंह ने अपना केस स्वयं ही एक कानूनी सलाहकार की मदद से मिलकर लड़ा था।

9. फाँसी : 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह को राजगुरु और सुखदेव के साथ लाहौर सेंट्रल जेल में फाँसी दे दी गई। फाँसी 24 मार्च, 1931 को निर्धारित की गई थी, परन्तु 11 घंटे पहले 23 मार्च की शाम को फांसी दे दी गई।

10. इंकलाब जिंदाबाद : भगत सिंह का प्रसिद्ध नारा "इंकलाब जिंदाबाद" (क्रांति जिंदाबाद) भारतीयों की पीढ़ियों को न्याय और स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करता है।

रक्शाहाड़ा जलप्रपात - कांकेर (छत्तीसगढ़ ) Rakshahada waterfall chhattisgarh

प्रतीकात्मक फ़ोटो


रक्शाहाड़ा / राक्षहाड़ा छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में जिला मुख्यालय से 66 किमी दूर तरादुल के आगे घने जंगलों के बीच एक पहाड़ी है, जिसे लोग रक्शाहाड़ा पहाड़ी कहते हैं। यहां तक पहुंचने सिल्लीबहार के बाद जंगल पहाड़ होकर 5 किमी पैदल चलना पड़ता है। इन पहाड़ियों में एक मौसमी जलप्रपात स्थित है जिसे इस पहाड़ी के नाम पर ही रक्शाहाड़ा जलप्रपात कहते है। इस जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 280 फीट है।


मान्यता :

स्थानीय लोगो का मानना है कि यह पहाड़ी राक्षसों के हड्डियों से बना हुआ है जिस वजह से इस पहाड़ी को रक्शाहाड़ा कहा जाता है। स्थानीय छत्तीसगढ़ी भाषा में रक्शा का मतलब राक्षस और हाड़ा का मतलब हड्डी होता है।